नमस्कार,आदाब,sastriyakal एक बार फिर से आप सभी का क्राइम स्टोरी की नई कहानी में स्वागत है आज की नई कहानी जो सच्ची घटना को हम आपको बताने जा रहे हैं उसे पढ़ने के बाद आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. आप कहीं ना कहीं यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगे की कोई व्यक्ति इतनी हैवानियत कैसे कर सकता है. बात जनवरी 2017 की है जहां एक आदमी अपनी हवस को बुझाने के लिए छोटे-छोटे बच्चों को अपनी हैवानियत का शिकार बनाता था लगभग 3 साल में उसने 100 से अधिक नाबालिक बच्चों के साथ अप्राकृतिक कृत्य कर उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाया राजस्थान के शहर गुलाबी नगरी जयपुर का रहने वाला रमीज राजा जो पेशे से एक अध्यापक था. जहां हमारी भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान का दर्जा दिया गया है.
वही यह हैवान इसके पास पढ़ने आने वाले बच्चों को अश्लील वीडियो दिखाकर उनके साथ प्राकृतिक सेक्स करता था रमीज एक प्राइवेट स्कूल में वाइस प्रिंसिपल के पद पर कार्य करता था. रमीज ने एमए बीएड किया हुआ था जिसके चलते वह स्कूल में अंग्रेजी विषय का टीचर था वह क्लास में उन कमजोर बच्चों को अपना निशाना बनाता था जो अंग्रेजी में कमजोर होता था उन्हें डरता धमकता और अपने पास घर पर ट्यूशन आने के लिए मजबूर करता. अगर कोई बच्चा ट्यूशन नहीं आता तो वह उसे फेल करने की धमकी देता जिसके चलते बच्चों को उसके पास ट्यूशन जाना पड़ता जब बच्चे है ट्यूशन आ जाते तो वह जानबूझकर उन बच्चों के सामने पॉर्न वीडियो अपने कंप्यूटर में चला देता और बच्चों को भी उन वीडियो को देखने के लिए कहता था. फिर बच्चों को ब्लैकमेल करके एक-एक करके बच्चों के साथ अप्राकृतिक सेक्स करता था नाबालिक बच्चे रोते सीखने पर कुछ नहीं कर सकते थे उसे हैवान की हैवानियत यही नहीं रुकती थी वह उनके साथ अप्राकृतिक सेक्स करते समय उनकी वीडियो भी बना लेता था जिससे वह बच्चों को डराता धमकता और वीडियो वायरल करने की धमकी देता था उस वीडियो को दिखाकर वह नाबालिक बच्चों से उनके घर में चोरी करने को कहता पैसा ,सोना,चांदी आदि चीज मंगवाता था. यह सिलसिला कई सालों तक चलता रहा बच्चे डर के मारे उसके बारे में कुछ नहीं कहते जब घर वाले उन्हें ट्यूशन जाने को कहते तो बच्चे डर जाते सहम जाते पर रमीज की हैवानियत नहीं रुकी वही रोज एक बच्चे को अपनी हवस का शिकार बनाता था.
ऐसे आई सच्चाई सामने
जनवरी 2017 में पता नहीं कैसे रमीज के मोबाइल में बनाई गई एक वीडियो जाने कैसे वायरल हो गई. और वह वीडियो देखते ही देखते पूरे जयपुर शहर में फैल गई जिसमें स्कूली स्टूडेंट की अश्लील वीडियो सामने आई जिसने भी उसे देखा उसके पैरो तले जमीन खिसक गई. वायरस होते-होते वह वीडियो रजाक (काल्पनिक नाम) के पास पहुंची जैसे ही उसने उस वीडियो को देखा उसके होश उड़ गए क्योंकि उस वीडियो में जिस लड़के के साथ हैवानियत हो रही थी वह उसका बेटा याकूब (काल्पनिक नाम)था. उसने कई बार उसे वीडियो को देखा उसे अपने आप पर यकीन नहीं हो रहा था उसे समझते देर ना लगी उसका बच्चा 3 साल पहले उस टीचर रमीज राजा के पास ट्यूशन जाता था पर जिसे माता-पिता के बाद भगवान का दर्जा दिया जाता है वह इंसान उसके बच्चे के साथ अप्राकृतिक कृत्य कर रहा था. उस वीडियो में वह रो रहा सीख रहा पर उसे हैवान को दया नहीं आई. याकूब (काल्पनिक नाम) के पिता से रहा नहीं गया वह अपने परिवार के साथ उसे स्कूल में पहुंचा जहां पर रमीज राजा पढ़ता था वहां जाकर उसने रमीज की शिकायत प्रिंसिपल से की और वह वीडियो भी दिखाया परंतु प्रिंसिपल ने बात को दबाना चाहा. परंतु जब धीरे-धीरे और भी बच्चों के परिजन उस हैवान टीचर के कुकर्म की शिकायत देने लगे और नई-नई शिकायत आने लगी जिसके चलते उस हैवान टीचर के कुकर्म का खुलासा होने लगा. रमीज के खिलाफ रोज शिकायतें आने से प्रिंसिपल ने उसे टर्मिनेट कर दिया परंतु रमीज के टर्मिनेट होने से याकूब के पिता रजाक को (काल्पनिक नाम) उसने जो अपराध किया उसके मुताबिक यह सजा कम लगी. यही सोचकर वह उसकी पत्नी के साथ तत्कालीन जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल के पास गए और वीडियो दिखाए वही याकूब (काल्पनिक नाम) की मां पुलिस कमिश्नर के सामने सिसक-सिसक के रो पड़ी रोते हुए उसकी मां ने कहा साहब उसे हैवान ने मेरे बच्चे को कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा वह तो जीते जी मर गया साहब हमने तो हमारे बच्चे को अच्छी तालीम के लिए उसे ट्यूशन भेजा था हमें क्या पता था कि वह हमारी और मेरे बच्चे की जिंदगी नरक बना देगा. आज पूरे शहर में हमारे बच्चे का गंदा वीडियो वायरल हो रहा है इस पर लड़के के पिता बोला हमारे बच्चे के साथ उसके ट्यूशन टीचर रमीज राजा ने कुकर्म किया है. इसका वीडियो बनाकर शहर के व्हाट्सएप ग्रुपों में डाल दिया है इसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई साहब हमें शक है यह वहसी दरिंदा और के बच्चों के साथ भी ऐसा ही करता होगा. कुकर्म और चाइल्ड पोर्नोग्राफी का मामला था पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने इस मामले को बड़ी गंभीरता से लिया.
और तत्काल रामगंज के एस एच ओ को इस मामले की इन्वेस्टीगेशन कर तुरंत कार्यवाही करने के लिए बोला परंतु न जाने कैसे कुकर्मी रमीज को इसकी भनक लग गई . और वह जयपुर से भागने की तैयारी में था उसी समय उसे दबोच लिया गया और उससे पूछताछ की गई पहले तो वह कहीं बहाने बनाकर बचने की कोशिश करता रहा परंतु जब पुलिस ने उसके घर की तलाशी ली तो पुलिस को उसके घर से एक पेन ड्राइव एक हार्ड डिक्स और उसके मोबाइल में 50 से ज्यादा आपत्तिजनक वीडियो मिले पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया वहीं साथ ही पुलिस को गुमराह करने वह बच्चों के परिजनों की शिकायत पर कोई भी कार्यवाही नहीं करने और मामला दबाने के लिए स्कूल के प्रिंसिपल सरवर आलम को भी गिरफ्तार किया गया पुलिस द्वारा महज दो माह बाद 28 अप्रैल 2017 को पूरी तहकीकात कर आरोपी टीचर के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया गया. चलन में पुलिस ने 50 से ज्यादा बच्चों के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने की पुष्टि की. चालान पेश होने के 2 साल बाद जयपुर पोस्को को कोर्ट नंबर 3 के जज राजेश कुमार सिंघल ने इस मामले को गंभीर मानते हुए रमीज राजा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई वही सहयोग की प्रिंसिपल को बरी कर दिया आज को कर्मी टीचर अपने कर्मों की सजा जेल में काट रहा है.
दोस्तों इस कहानी को सुनने का एकमात्र मकसद यही है कि आप सतर्क रहे अपना ख्याल रखें अपने परिवार का ख्याल रखें और कोई भी काम करने से पहले अच्छे से जांच पड़ताल कर ले इस कहानी को सुनने का मकसद हमारा किसी का दिल दुखाना नहीं है सिर्फ आप लोगों को सतर्क करना है.
ऐसे के ऐसा ही होना चाहिए